Pandit Ashutosh Dwivedi

Kaal Sarp Dosh Nivaran Poojan

सामान्यतः जन्म कुंडली के बाकी सात ग्रह राहु और केतु के मध्य स्थित हो जाते हैं तो उस स्थिति को “कालसर्पयोग” कहते हैं। राहु सर्प का मुख माना गया है और केतु सर्प की पूँछ। काल का अर्थ है मृत्यु यदि अन्य ग्रह योग प्रबल ना हों तो ऐसे जातक की शीघ्र ही मृत्यु भी […]

Mangal Bhaat Poojan

मंगल ग्रह यदि जन्मकुंडली के लग्न, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव, द्वादश भाव में हो तो कुंडली को मांगलिक माना जाता है, ऐसा होने पर ऐसे जातक का विवाह भी मांगलिक स्त्री या पुरुष से ही करना चाहिए|इसी प्रकार शनि देव यदि जन्मकुंडली के लग्न, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव, द्वादश भाव में […]

Angarak Dosh Nivaran Poojan

अंगारक दोष निवारण पूजा के लिए पहला कदम पूजा करने के लिए उपयुक्त तिथि और समय खोजने के लिए व्यक्तियों की कुंडली का विश्लेषण करना है। एक विशेष दिन के चयन के बाद, व्यक्ति को उस दिन उपवास रखना होता है। फिर वैदिक शास्त्रों में वर्णित मुख्य अनुष्ठानों का पालन किया जाता है। अंगारक दोष […]

Grah Vastu Dosh Nivaran Poojan

महर्षि नारद के अनुसार :- अनेन विधिनां सम्यग्वास्तुपूजां करोति य:। आरोग्यं पुत्रलाभं च धनं धान्यं लभेन्नदर:॥ अर्थात्ï इस विधि से सम्यक प्रकार से जो वास्तु का पूजन करता है, वह आरोग्य, पुत्र, धन, धन्यादि का लाभ प्राप्त करता है। ह प्रवेश के पूर्व वास्तु शांति कराना शुभ होता है। इसके लिए शुभ नक्षत्र वार एवं तिथि […]

Navchandi Anushthan and Poojan

इच्छाओं को साकार करो। नवचंडी यज्ञ करने से साधक को कष्टों से मुक्ति मिलती है। एक लोकप्रिय पौराणिक कहावत है कि केवल दो भगवान हैं जो भक्तों की प्रार्थनाओं का तुरंत जवाब देते हैं। वे देवी चंडी और भगवान गणेश हैं। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार नवचंडी यज्ञ अच्छे स्वास्थ्य, धन, समृद्धि, दीर्घायु, भोजन, धन, प्रसिद्धि, […]

Maa Baglamukhi Anushthan and Poojan

एटीएस वन ऑफर महाविद्या (महान .) ज्ञान विज्ञान) देवी बगलामुखी इसमें भक्तों भ्रांति और भ्रम (दुश्मनों के भक्तों के लिए) उसके साथ बगलामुखी आमतौर पर है पीले रंग या सुनहरे रंग से जुड़ी देवी पीतांबरम के रूप में जानी जाती हैं, वह बुला पक्षी पर लिखती हैं जो कि मां बगलामुखी परदा शत्रु अदालत के […]

Mahamrityunjay Jaap and Poojan

महामृत्युंजय मंत्र का जप क्यों किया जाता है?शास्त्रों और पुराणों में असाध्य रोगों से मुक्ति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए महामृत्युंजय जप करने का विशेष उल्लेख मिलता है।महामृत्युंजय भगवान शिव को खुश करने का मंत्र है। इसके प्रभाव से इंसान मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है, मरणासन्न रोगी भी महाकाल शिव […]

Maha Rudrabhishek

भगवान शिव को समर्पित और शनि ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा पाने के लिए प्रदर्शन किया। साथ ही इस पूजा के माध्यम से भगवान शिव का आशीर्वाद भी मांगा जाता है। इसके अलावा, श्रावण का महीना प्राचीन हिंदू वैदिक कैलेंडर और हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव को समर्पित है। महा रुद्राभिषेक के […]

Pitra Dosh Nivaran Poojan

पित्र दोष पूजन निवारण और इस पूजन से क्या क्या फल यजमान को प्राप्त होता है मुख्यपितृदोष तीन प्रकार का होता है1 त्रिपिंडी का पूजन होता है विष्णु लोक के पितरों के लिए सात्विक पिंड अर्पण करते हैं जो उनको विष्णुलोक में प्राप्त होता है ब्रह्मलोक के पितरों के लिए राजसी पिंडअर्पण करते हैं जॉन […]

Guru Chandal Dosh Nivaran

बृहस्पति और राहु जब साथ होते हैं या फिर एक दूसरे को किन्ही भी भावो में बैठ कर देखते हो, तो गुरू चाण्डाल योग निर्माण होता है।चाण्डाल का अर्थ निम्नतर जाति है। कहा गया कि चाण्डाल की छाया भी ब्राह्मण को या गुरू को अशुद्ध कर देती है। गुरु चंडाल योग को संगति के उदाहरण […]